सरकारी गल्ला दुकानदार ने कालाबाजारी करने की कोशिश की तो भेजा जाएगा जेल : सुनील भराला

 


 


राज्यमंत्री सुनील भराला ने झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले विभिन्न मजदूर परिवारों को राशन का किया वितरण


अधिकारियों को दिए सख्त दिशा निर्देश


मेरठ। जनपद मेरठ भराला आवास पर आज उत्तरप्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष/राज्यमंत्री पंडित सुनील भराला ने 10, 10 किलो के खाद्य सामग्री के पैकेट 60 झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले मजदूर परिवारों के लिए राशन वितरण किया यह सामग्री मेरठ शहर में झुग्गी बस्ती में रहने वाले परिवारों के घरों में पहुचाई जायगी जिसकी जिम्मेदारी सलम फाउंडेशन ने उठाई है, मेरठ शहर व गांव में किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा कहीं किसी प्रकार की गरीब जरूरतमंद को आवश्यकता पढने पर राज्यमंत्री सुनील भराला से सम्पर्क कर सकता है जिसकी सूचना मिलने के बाद तत्काल खाद्य सामग्री जरूरतमंद के आवास पहुंचेगी ।


वही राज्यमंत्री सुनील भराला ने खाद्य सामग्री वितरण कार्यक्रम में बोलते हुए कहा की उत्तरप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी ने पूरे प्रदेश में खाद्य सामग्री निशुल्क दी जाएगी , जिसमे ऐसे श्रमिकों को जिनके पंजीयन श्रम विभाग या नगर निगम तथा अंतोदय कार्ड या मनरेगा कार्यक्रम में पंजीयन होगा उन श्रमिकों को सामग्री मुफ्त वितरण की जाएगी ऐसी व्यवस्था समूचे उत्तर प्रदेश में बनाई गई है और यह खाद्य सामग्री सरकारी सस्ता गल्ला दुकानों पर उपलब्ध होगी


सुनील भराला ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी भी सस्ता गल्ला दुकानदार ने इस पर ब्लैक या कालाबाजारी करने की कोशिश की उस पर सीधी रासुका लगाई जाएगी और जेल के अंदर भेजा जाएगा जो जरूरतमंद है या जो लाभार्थी को लाभ नही देगा उसके विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी वही लाभार्थियों को खाद सामग्री देने का कार्यक्रम तीन माह तक जारी रहेगा


वही सुनील भराला ने सबसे अनुरोध किया है जरूरतमंद गरीबों के लिए  अपने हाथ आगे बढ़ाएं आप का समर्पण एक गरीब झुग्गी झोपड़ी बस्ती में रहने वाले परिवारों के चेहरे पर खुशियां ,हंसी लाने का काम करेगा मुझे इस बात की बहुत खुशी हो रही है वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए समाज के समाजसेवी जरूरतमंद झुग्गी झोपड़ी बस्ती, गरीब श्रमिकों की सेवा के लिए सब आगे बढ़ कर के काम करने में जुटे हैं मित्रों यह वक्त ही ऐसा है कि हम ऐसे परिवारों के लिए है जो सुबह शाम की रोटी की चिंता करते थे मजदूरी करते थे अपना पेट परिवार का बच्चों का भरते थे आज यह जिम्मेदारी हम सब के ऊपर हैं हम सब इस जिम्मेदारी निभाएंगे और जरूरतमंद के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े होंगे ।